तुम तूफान समझ पाओगे | ऐसे मैं मन बहलाता हूँ | आत्‍मपरिचय | हरिवंशराय बच्चन | हिंदी कविता

तुम तूफान समझ पाओगे | ऐसे मैं मन बहलाता हूँ | आत्‍मपरिचय | हरिवंशराय बच्चन | हिंदी कविता

आपके सामने तीन हिंदी कवितायें (Hindi Poems) “तुम तूफान समझ पाओगे”, “ऐसे मैं मन बहलाता हूँ” और “आत्‍मपरिचय” लेकर आया हूँ और इन तीनो कविताओं को हरिवंशराय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) जी ने लिखा है.
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