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नेल्सन मंडेला – Nelson Mandela Biography In Hindi
नाम (Name) | नेल्सन मंडेला |
पूरा नाम (Full Name) | नेल्सन रोलीह्लला मंडेला |
जन्म (Birthday) | 18 जुलै 1918 म्वेज़ो, केप टाउन, दक्षिण अफ़्रीका |
पिता (Father Name) | गेडला हेनरी म्फ़ाकेनिस्वा |
माता (Mother Name) | नेक्यूफी नोसकेनी |
पत्नी Wife Name) | · एवलिन नटोको मेस, · विनी मदिकिज़ेला, · ग्राशा मैचल |
बच्चे (Childrens Name) | · मेडिका थेमबेकल मंडेला, · मैकज़िव मंडेला, · मैकगाथो लेवानिका मंडेला, · मैकज़िव मंडेला, · ज़ेनानी मंडेला, · ज़िनज़िस्वा मंडेला |
राष्ट्रीयता (Nationality) | अफ्रीकन |
राजनीतिक दल (Political Party) | अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस |
मृत्यू (Death) | 5 दिसंबर 2013 ह्यूटन, जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ़्रीका |

नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) का पूरा नाम नेल्सन रोलीह्लला मंडेला (Nelson Rolihlahla Mandela) है। इनका जन्म 18 जुलाई 1918 को केपटाउन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। वह दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत भूतपूर्व राष्ट्रपति थे।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनकर 1994 से 1999 तक सेवा प्रदान की। वह देश के पहले मुख्य अधिकारी थे जिनका रंग काला था और लोकतांत्रिक चुनाव जीतने वाले पहले व्यक्ति थे।
उन्होंने रंग के भेदभाव को दूर करने के लिए राजनीति में कदम रखा। इसके साथ ही उन्होंने अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) की 1991 से 1997 तक अध्यक्ष बनकर सेवा की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेल्सन मंडेला ने 1998 से 1999 तक कई प्रकार के राजनैतिक अभियानों और कई आंदोलनों में भाग लिया था। इन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई फोर्ट हरे यूनिवर्सिटी और लॉ की पढ़ाई वितवाटर्सरैंड यूनिवर्सिटी से पूरी की।
वे जोहान्सबर्ग में रहते हुए ही बहुत से राजनैतिक कार्यक्रम और अभियानों में भाग लेने लगे थे। वे यूथ लीग के संस्थापक बन जाएं इसलिए वे बाद में ANC में शामिल हुए।
1948 में जब सरकारी अधिकारों में गोरे लोगों को ज्यादा महत्व दिया जाता था, तो उन्होंने 1952 में अपनी ANC पार्टी के साथ मिलकर अश्वेत अभियान शुरू किया। इसके बाद वे 1955 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने। वे एक वक़ील थे फिर भी उन्हें बहुत से कामों के कारण उन्हें कैद भी किया गया।
5 अगस्त 1962 को उन्हें मजदूरों को हड़ताल के लिए उकसाने और बिना अनुमति देश छोड़ने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इस कारण उन पर मुकदमा चला और 12 जुलाई 1964 को उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई।
उन्हें सजा सुनाने के बाद, सजा के लिए उन्हें रोबेन द्वीप के जेल में भेजा गया लेकिन उस सजा से भी उनका उत्साह कम नहीं हुआ। जेल में ही उन्होंने अश्वेत कैदियों को लामबंद करना शुरू कर दिया था।
उन्होंने अपने जीवन के 27 वर्ष का कारागार में बिताएं। बाद में उन्हें 11 फरवरी 1990 को उन्हें छोड़ दिया गया। उन्होंने रिहाई के बाद समझौते और शांति की नीति द्वारा एक लोकतांत्रिक और बहुजातीय अफ्रीका की नींव रखी।

दक्षिण अफ्रीका में 1994 में रंग भेद रहित चुनाव हुए। जिसमें African National Congress ने 62% मत प्राप्त किए और बहुमत के साथ उसकी सरकार बनी। नेल्सन मंडेला 10 मई 1994 को अपने देश के सबसे पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
नए संविधान को 1996 में संसद की ओर से सहमति मिली, जिसके अंतर्गत राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारों की जांच के लिए कई तरह के संस्थाओं की स्थापना की गई। नेल्सन मंडेला 1997 में सक्रिय राजनीति से अलग हो गए और 2 वर्ष के बाद उन्होंने 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया।
नेल्सन मंडेला की सोच बहुत हद तक महात्मा गांधी की तरह ही थी। नेल्सन मंडेला भी अहिंसक मार्ग के समर्थक थे। उन्होंने महात्मा गांधी को अपना प्रेरणा समझा और उनसे अहिंसा का पाठ सीखा।

अफ्रीका के लोग मंडेला को राष्ट्रपति मानते थे। 2004 में जोहानसबर्ग में स्थित सैंडटन स्क्वायर शॉपिंग सेंटर में मंडेला की मूर्ति स्थापित की गई और सेंटर का नाम बदलकर नेल्सन मंडेला स्क्वायर रखा गया।
दक्षिण अफ्रीका में उन्हें मदी बाकह कहकर बुलाया जाता है, जो बुजुर्गों के लिये एक सम्मान-सूचक शब्द है। नवम्बर 2009 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रंगभेद विरोधी संघर्ष में उनके योगदान के सम्मान में उनके जन्मदिन (18 जुलाई) को ‘मंडेला दिवस’ घोषित किया।
67 साल तक मंडेला के इस आन्दोलन से जुड़े होने के उपलक्ष्य में लोगों से दिन के 24 घण्टों में से 67 मिनट दूसरों की मदद करने में दान देने का आग्रह किया गया। मंडेला को विश्व के विभिन्न देशों और संस्थाओं द्वारा 250 ने भी अधिक सम्मान और पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।
मंडेला के तीन शादियाँ कीं थी जिनमे उनकी छह संतानें हुई और उनके परिवार में कुल 17 पोते-पोतियाँ थे। अक्टूबर 1944 को उन्होंने अपने मित्र और सहयोगी वॉल्टर सिसुलू की बहन इवलिन मेस से शादी रचाई थी।
1961 में मंडेला पर देशद्रोह का मुकदमा भी चलाया गया था, परन्तु उन्हें अदालत ने निर्दोष पाया। इसी मुकदमे के दौरान उनकी मुलाकात अपनी दूसरी पत्नी नोमजामो विनी मेडीकिजाला से हुई। 1998 में अपने 80वें जन्मदिन पर उन्होंने ग्रेस मेकल से विवाह किया।

5 दिसम्बर 2013 को फेफड़ों में संक्रमण हो जाने के कारण मंडेला की हॉटन, जोहान्सबर्ग स्थित अपने घर में मृत्यु हो गयी। मृत्यु के समय ये 95 वर्ष के थे और उनका पूरा परिवार उनके साथ था। उनकी मृत्यु की घोषणा राष्ट्रपति जेकब ज़ूमा ने की।
पुरस्कार एवं सम्मान (Nelson Mandela)
- 1993 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार
- प्रेसीडेंट मैडल ऑफ़ फ़्रीडम
- ऑर्डर ऑफ़ लेनिन
- भारत रत्न
- निशान-ए–पाकिस्तान
- 23 जुलाई 2008 को गाँधी शांति पुरस्कार
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-धन्यवाद

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