प्राचीन मिस्र के तथ्य जो आपको आश्चर्यचकित कर देंगे
(Facts Of Ancient Egypt That Will Surprise You) Ancient Story
जैसा कि हम जानते हैं हमारी पूरी दुनिया अजूबों और चमत्कारी चीजों से भरी पड़ी है। हमारी इस दुनिया में कुल मिलाकर 8 अजूबे हैं। आज से लगभग 5000 साल पुरानी मिस्र की सभ्यता के पिरामिड भी इन्हीं 8 अजूबों में से एक है।
वैसे हमलोगों को ये पता है कि मिस्र (Egypt) ममी, फराओं, और पिरामिडों के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां से जुड़ी कहानियां भी बहुत आश्चर्य कर देने वाली है, जो आज भी वैज्ञानिकों को परेशान कर देती है और वे समझ नही पाते हैं कि ये कैसे हुआ।
लेकिन मैं आज आपको यहां के सभ्यता के बारे में कुछ बताने जा रहा हूँ। जिसे बहुत ही कम लोग जानते हैं, पर इसे पढ़ने के बाद आपको भी पता चल जाएगा। आशा करता हूँ कि आपलोगों को ये पढ़कर अच्छा लगेगा।

यहां के लोग बालों से नफरत करते थें
(People hated their hair)

जैसा कि हम जानते हैं कि हमलोगों को अपने बाल खुद से भी ज्यादा प्यार होता है। हमलोग अपने बालों को ठीक रखने के लिए बहुत ही पैसे खर्च करते हैं। पर मिस्र के लोगों के साथ ऐसा नही था। यहां के लोग अपने बालों से बहुत नफरत करते थें। इनकी बालों के साथ ऐसी दुश्मनी थी कि पूछो मत। उनलोगों के अनुसार, शरीर पर बाल होना अच्छी बात नही थी।
उनके मुताबिक ये उनके लिए हानिकारक था। इसलिए वे अपने शरीर पर से सभी बालों को हटा देते थें। जैसे कि हम फ़ोटो में देखते हैं कि उनके बाल थें, असल में वे नकली बाल थें। वे इस बाल को टोपी की तरह इस्तेमाल करते थें और वो भी इसलिए क्योंकि सूर्य की तपती हुई धूप उनके सर पर ना पड़े।
उनलोगों में मेक अप का बहुत ही ज्यादा चलन था
(Make-up was very common among them)

मिस्र में मेक अप करना बहुत ही आवश्यक था। वहां के लोगों का मानना था कि हरा और काला सुरमा उन्हें सूरज की किरणों , और कई तरह के खतरनाक संक्रमण से बचती है। इसके अलावा वे इस तरह के मेकअप करके सूर्य देव को श्रद्धांजलि देते थे। वे मेकअप के लिए काला सुरमा का इस्तेमाल करते थें। जैसा इस समय में हम आंखों में काजल लगते हैं उसी तरह वो सुरमा लगाया करते थें।
वहाँ के लोगों को अपने मुंह को साफ रखना जरूरी था
(The people there needed to keep their mouths clean)

मिस्र में उनलोगों के लिए उनका दांत साफ रखना इतना जरूरी था कि जब वे किसी ममी को दफनाते थें तो उसके साथ टूथपिक भी दफनाते थे। आपको पता नहीं होगा पर टूथपिक की शुरुआत मिस्र से ही हुई थी। इसे बनाने के लिए वे लोग बैल के खुर का पाउडर , जले हुए अंडो की छाल तथा राख के मिश्रण का इस्तेमाल करते थे।
वहां के नौकरों को भी राजाओं के साथ दफ़नाया जाता था (The servants there were also buried with the kings)

ये जानकर आपको हैरानी होगी कि वहां के राजा के मरने के बाद उसके साथ एक नौकर को भी जिंदा दफ़नाया जाता था। ताकि मरने के बाद वह नौकर राजा की सेवा करे। सबसे पहले नौकर को बेहोश किया जाता था फिर उसका ममी बनाकर राजा के साथ दफना दिया जाता था। ये बहुत ही अजीब बात है।
मिस्र के अधिकतर निवासी ईसाई थें
(Most of the inhabitants of Egypt were Christians)

माना जाता है कि सन् 400 से 800 से बीच मिस्र में ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानते थे। लेकिन 10वीं सदी के बीच में मुसलमानों के आक्रमण के बाद वहां के बहुत सारे लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था और उन्होंने मुस्लिम धर्म को कुबूल कर लिया था। बाद में उनके भाषा को कॉस्टिक थी उसकी जगह अरबी भाषा ने ले ली थी।
क्लियोपेट्रा मिस्र की नहीं थी
(Cleopatra was not Egyptian)

क्या आपको पता है क्लियोपैट्रा मिस्र की रहने वाली नहीं थी। क्लियोपेट्रा का जन्म अलेक्जेंड्रिया में हुआ था और वह यूनानी परिवार मैक्लॉडिया से ताल्लुक रखती थीं। क्लियोपैट्रा टॉलेमी वंश की पहली सदस्य थीं, जो मिस्र की भाषा बोल सकती थीं। ये सबके बाद भी वह मिस्र वंश की नहीं थीं।
प्राचीन मिस्र की महिलाएं आज़ाद थीं
(Women of ancient Egypt were free)

पुराने समय में पूरी दुनिया से विपरीत मिस्र की महिलाएं वहाँ जमीन खरीद सकती थीं, वे जज बन सकती थीं और वे अपना वसीयत भी लिख सकती थीं। वे जब बाहर काम करती थीं तो पुरूष के समान वेतन उन्हें मिलता था। वे शादी से बाद तलाक भी दे सकती थीं और फिर दोबारा शादी भी कर सकती थीं। वे लोग शादी से पहले कॉन्ट्रैक्ट भी बना सकती थी। बहुत ही आजादी थी वहां के महिलाओं के पास।
मिस्र के फिरौन मोटे हुआ करते थे
(Egyptian pharaohs used to be thick)

जैसा कि आजतक हमनें फ़ोटो में देखा मिस्र के फिरौन पतले और तंदुरुस्त होते थे, लेकिन ऐसा नहीं था। ममियों के परीक्षण के बाद यह बात पता चली है कि फिरौन की कमर चौरी हुआ करती थी। उनके खाने पीने में शराब, शहद, और कई तरह के पदार्थ हुआ करते थे। उन फिरौन में से बहुत कोई तो मधुमेह से पीड़ित भी थे। क्योंकि वे लोग अधिक चीनी वाले पदार्थ का सेवन करते थे।
मिस्र के निवासी गणित के ज्ञाता होते थें
(Egyptian residents were knowledge of mathematics)

मिस्र के निवासी गणित में बहुत ही तेज़ हुआ करते थें। उनकी द्वारा बनाई गई वस्तुओं से ये पता चलता है कि वे लोग गणित और कला में बहुत ही तेज़ और निपुण हुआ करते थें।
मिस्र के नौकर अजीब शक्ल वाले हुआ करते थे
(Egyptian servants used to be strange in appearance)

प्राचीन मिस्र में अगर कोई बच्चा बौना पैदा हुआ करता था तो उसे बहुत ही खुशकिस्मत माना जाता था। क्योंकि उसके बौनापन के कारण उसे आसानी से नौकरी दिला देता था और वो भी सोने के कारखाने की। ऐसा इसीलिए होता था क्योंकि अजीब शक्ल वाले आसानी से पहचान में आते थे, तो उनको पकड़ना आसान हुआ करता था। क्योंकि अगर कोई वहां से सोना लेकर भाग जाये तो पकड़ने में मुश्किल ना हो।
सबसे पहला गर्भनिरोधक मिस्र में ही बना था
(The first contraceptive was made in Egypt itself)

यह बात जानकर आपको बहुत ही आश्चर्य होगा कि गर्भधारण से बचने के लिए मिस्रवासी मिट्टी, शहद, और मगरमच्छ के गोबर का मिश्रण इस्तेमाल करते थें और उस मिश्रण को वे अपने योनि में डाल देते थे, जिससे महिला गर्भवती नहीं होती थी। उनलोगों का मानना था कि मगरमच्छ का गोबर एसिडिक होता है जो शुक्राणुओं को मार देता है और गर्भवती होने से बचा लेता है।
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-धन्यवाद

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Thanks
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