फ़र्श पर हिंदी कविता: नमस्कार दोस्तों! आज मैं फिर से आपके सामने एक हिंदी कविता (Hindi Poem) और इस कविता को निर्मला गर्ग जी ने लिखा है. आशा करता हूँ कि आपलोगों को यह कविता पसंद आएगी.
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फ़र्श पर हिंदी कविता – Hindi Poem – निर्मला गर्ग
चिड़िया आती है
डाल जाती तिनके फ़र्श पर
हवा आती है
बिखेर जाती धूल फ़र्श पर
सूरज आता है
सजा जाता चिंदियाँ फ़र्श पर
मुन्ना आता है
उलट देता कटोरी फ़र्श पर
मम्मी आती हैं
बीनतीं दाल-चावल फ़र्श पर
पापा आते हैं
उतार देते जूते फ़र्श पर
महरी आती है
समेट लेती है सब कुछ
अपने बिवाई पड़े हाथों में
और इस तरह लिखती है हर रोज़
एक कविता फ़र्श पर।
-निर्मला गर्ग
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मुझे नयी-नयी चीजें करने का बहुत शौक है और कहानी पढने का भी। इसलिए मैं इस Blog पर हिंदी स्टोरी (Hindi Story), इतिहास (History) और भी कई चीजों के बारे में बताता रहता हूँ।