परमात्मा की अनुभूति का मार्ग | मुल्ला नसरुद्दिन | हिंदी कहानी

नमस्कार दोस्तों! आज कि ये परमात्मा की अनुभूति का मार्ग हिंदी कहानी मुल्ला नसरुद्दिन की हैं. वैसे तो मुल्ला नसरुद्दिन के बहुत सी रोचक और मजेदार कहानी आपने पढ़ी होगी. इस कहानी में आप पढ़ेंगे की कैसे बिना पेंदी के बाल्टी में पानी भरकर मुल्ला नसीरूद्दीन एक व्यक्ति को परमात्मा की अनुभूति का मार्ग बतलाते हैं.

तो हमारे साथ कुछ मिनटों के लिए जुड़े रहिये और एक छोटी सी हिंदी कहानी का मजा लीजिये.

तो शुरू करते हैं आज का पोस्ट जिसका नाम है- परमात्मा की अनुभूति का मार्ग –हिंदी कहानी. अगर आपको कहानियां पढने में अच्छा लगता है तो मेरे ब्लॉग साईट पर आप पढ़ सकते हैं यहाँ आपको कई तरह की कहानियां देखने को मिलेगी. आप लिंक पर क्लिक करके वहाँ तक पहुँच सकते हैं. (यहाँ क्लिक करें)

परमात्मा की अनुभूति का मार्ग | मुल्ला नसरुद्दिन | हिंदी कहानी
परमात्मा की अनुभूति का मार्ग | मुल्ला नसरुद्दिन | हिंदी कहानी

परमात्मा की अनुभूति का मार्ग – मुल्ला नसरुद्दिन

मुल्ला नसीरुद्दिन के पास एक आदमी आया और कहा, मैं परमात्मा को खोजना चाहता हूँ. मुझे रास्ता बताओ.’ नसीरुद्दिन ने कहा कि अभी तो मैं पानी भरने जा रहा हूँ. तुम भी साथ चलो.

वह आदमी उनके साथ चल पड़ा. नसीरुद्दिन ने दो बाल्टी उठाई, रस्सी ली और फिर कुएं की ओर बढ़ चले. उन्होने ने उस आदमी से कहा कि जब तक मैं पानी न भर लू, तब तक कोई सवाल मत पूछना.

यह तुम्हारे सयंम की परीक्षा होगी. सवाल पूछें तो जाना पड़ेगा. मुल्ला नसीरुद्दिन कुएं पर पहुँचे. उन्होंने एक बाल्टी तो कुएं के पाट पर रख दी. पर उसमें पेंदी नहीं थीं.

फिर दूसरी बाल्टी से पानी खींचा और बिन पेंदी वाले बाल्टी में उड़ेल दिया. जाहिर हैं, पानी नहीं टिकना था. दूसरी बार भी नसीरुद्दिन ने पानी खींचा और बिन पेंदी के बाल्टी में उड़ेल दिया.

अब उस व्यक्ति से रहा नहीं गया. वह भूल गया कि उसे सवाल नहीं पूछना हैं. उसने कहा- यह क्या पागलपन कर रहे हैं आप? मुल्ला नसीरुद्दिन- ने कहा शर्त टूट गई, तुम घर जा सकते हो. वह आदमी चला गया.

मगर उसे नींद नहीं आई. अगली सुबह वह फिर मुल्ला नसीरुद्दिन के पास पहुंचा और बोला शायद आप ज्ञान दे रहे थे, जो मैं समझ न सका?

मुल्ला नसीरुद्दिन ने कहा- मैं तुम्हें बताना चाह रहा था कि हमारा मन बिना पेंदी के पात्र-सा है. मन के पार जाकर ही संतोष मिलेगा. और उसके बाद ही परमात्मा की अनुभूति का मार्ग भी मिलेगा.  

Image Sources: droomplanet

Conclusion:

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