चाय हिंदी कहानी: नमस्कार दोस्तों! आज कि ये चाय हिंदी कहानी थोरी अलग है लेकिन आपको पढने में अच्छा लगेगा. हो सकता है आपने इससे मिलते-जुलते कहानी को कभी पढ़ा भी होगा और अगर नहीं पढ़ा है तो हमारे साथ कुछ मिनटों के लिए जुड़े रहिये और एक छोटी सी हिंदी कहानी का मजा लीजिये. यह एक छोटी से कहानी हैं जो हमारे खुश होने नजरिए की ओर इशारा करती हैं.
तो शुरू करते हैं आज का पोस्ट जिसका नाम है- चाय हिंदी कहानी. अगर आपको कहानियां पढने में अच्छा लगता है तो मेरे ब्लॉग साईट पर आप पढ़ सकते हैं यहाँ आपको कई तरह की कहानियां देखने को मिलेगी. आप लिंक पर क्लिक करके वहाँ तक पहुँच सकते हैं. (यहाँ क्लिक करें)

चाय हिंदी कहानी | Hindi Story
एक समय की बात हैं जापान में कुछ अमीर बुजुर्ग लोगों ने एक समूह बनाया हुआ था . वे समय समय पर आपस में मिलते और तरह तरह की चाय पीते . उनकी कोशिश रहती थी कि वे महंगी और अलग अलग तरह की चाय की किस्में ढूँढे और कुछ दूसरी चायों के साथ मिलाकर उनका फ्लेवर तैयार करें . वे सब मिलते और हँसी मजाक करते हुए चाय पर चर्चा करते .
एक बार समुह के सबसे बुजुर्ग सदस्य की बारी थीं . उसने अपने यहाँ बहुत ही बढ़िया इंतजाम किया था . सब दोस्तों को लग रहा था कि आज कुछ खास होने जा रहा हैं . बुजुर्ग ने चाय की पत्तियों को सोने के एक जार मे रखा हुआ था.
उसने जार से पत्तियों से निकाला और सोने के कपों मे ही चाय को परोसा. सब लोग चाय की खूब तारीफ कर रहे थे . वे सब जानना चाहते थे कि उन्होंने कौन सी चाय मे, क्या क्या मिलाकर इसको तैयार किया हैं ?
बुजुर्ग मुस्कराया और बोला, “आप सबको जानकर हैरत होगी कि जिस चाय को पीकर इतनी खु़शी हो रही हैं, इसे मेरे खेत के किसान पीते हैं. इतने वर्षों में मैंने यही जाना की मैंने यही जाना कि दुनियाँ की सबसे बेहतरीन चीजें न महंगी होती हैं और ना ही उन्हें ढूँढना मुशिकल होता हैं. बस अंतर हमारे नजरिए का होता हैं .”
Image Sources: Pixabay
Conclusion:
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रितेश कुमार सिंहा जी को हिंदी की किताबें पढ़ना बहुत ही अच्छा लगता है और कुछ-कुछ कहानी खुद से भी लिखते हैं जो वो हमारे साथ इस ब्लॉग पर शेयर करते रहते हैं. ये हमारे साथ शुरुआत से जुड़े हुए हैं. और ये हमलोगों के सामने कई तरह से कहानी और अलग प्रकार के टॉपिक पर लिखते हैं. इन्होने कंप्यूटर एप्लीकेशन से ग्रेजुएशन किया हुआ है तो ये टेक्निकल ब्लॉग भी शेयर करते हैं.