गौतम बुद्ध के संदेश – Messages Of Gautam Buddha | हिंदी में

गौतम बुद्ध के संदेश (Messages Of Gautam Buddha): आज बुद्ध पूर्णिमा हैं आज ही के दिन भगवान विष्णु के नौमे अवतार सिधार्थ गौतम का जन्म हुआ था, आज ही  के दिन उन्हें ज्ञान भी प्राप्त हुआ जिसके बाद उन्हे बुद्ध के नाम से जाना गया, और आज ही के दिन वो निर्वाण को प्राप्त हुए. भगवान विष्णु के समस्त अवतार लोक कल्याण के लिये हुए हैं. राम के रुप मे उन्होने मर्यादा और आदर्श की नीव रखी तो कॄष्ण के रुप मे उन्होने योग, राजयोग और कर्मयोग का सिधांत प्रतिपादित किया. इसी कर्मयोग सिधांत को भगवान बुद्ध ने आगे बढ़ाया और सामाजिक मूल्यों को स्थापना की.

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गौतम बुद्ध के संदेश - Messages Of Gautam Buddha | हिंदी में

गौतम बुद्ध के संदेश – Messages Of Gautam Buddha | हिंदी में

गौतम बुद्ध के दस संदेश

गौतम बुद्ध के संदेश - Messages Of Gautam Buddha | हिंदी में
  1. जीवन मे हजारों लड़ाइयाँ जितने से बेहतर हैं स्वयं पर विजय प्राप्त करना . अगर यह कर लिया तो फिर जीत हमेशा ही तुम्हारी होगी , इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता .

2. किसी भी हालत में तीन चीजों को कभी  नहीं छुपाया जा सकता हैं और वो हैं सूर्य, चन्द्रमा और सत्य .

3. जीवन मे किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से अधिक महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता हैं .

4. बुराई को बुराई से खत्म नहीं किया जा सकता , घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता हैं यही एक अटुटु सत्य हैं .

5. सत्य के मार्ग पर चलने पर मनुष्य केवल दो ही गलतियाँ करता हैं – पहली या तो पुरा रास्ता न तय करना , दूसरी या फिर शुरुआत ही न करना .

6.भविष्य के बारे मे मत सोचो और अतीत मे मत उलझो, सिर्फ वर्तमान पर ध्यान दो, जीवन मे ख़ुश रहने का यही एक मार्ग हैं .

7. खुशियाँ हमेशा बाँटने से बढ़ती हैं, जैसे की एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रोशन किये जा सकते हैं फिर भी उस दीपक कि रोशनी कम नहीं होती .

8. आप चाहें जितनी भि अच्छी किताबें पढ़ ले, कितने भी  अच्छे शब्द सुन लें, मगर जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक उसका कोई लाभ नहीं ।

9. हमेशा क्रोधित रहना, ठीक उसी तरह हैं, जैसे जलते  हुए कोयले को किसी दूसरे पर फेकने की इच्छा से खुद पकड़ कर रखना, यह क्रोध सबसे पहले आपको ही जलाता हैं .

10 .क्रोधित होकर हजारों गलत शब्द बोलने से अच्छा, मौन का वह एक शब्द हैं, जो जीवन मे शांति लाता हैं .

गौतम बुद्ध के पंचशील सिधांत

गौतम बुद्ध के संदेश - Messages Of Gautam Buddha | हिंदी में

पहला शील हैं– जीव हिंसा से विरत रहना.

दूसरा शील हैं– चोरी से विरत रहना.

तीसरा शील हैं– व्याभिचार से विरत रहना.

चौथा शील हैं– असत्य भाषण से दूर रहना.

पांचवा शील हैं– मदिरापान या नशीले पदार्थों से दूर रहना.

Conclusion

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Pixabay: [1]

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